"मैं प्रधानमंत्री को उनकी ही बात याद दिलाना चाहता हूं 'खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते'। जब चीन ने हमारे सैनिकों पर हमला किया, उनकी हत्या की, हमारी ज़मीन कब्जा ली जो आज भी उनके कब्जे में है... हालांकि केंद्र सरकार इसे नहीं मानती... पहले प्रधानमंत्री चीन से इस बात को कहे कि हमारी ज़मीन वापस करें।