कांडा तहसील क्षेत्र के अंतिम छोर पर स्थित कमस्यारघाटी के औलानी गांव में इन दिनों सातूं आठूं पर्व की धूम मची हुई हैं। यहां के ग्रामीण देर रात तक चांचरी गायन कर इस परम्परा को अभी भी जीवंत रखे हुए हैं। कुमाऊंनी लोक-संस्कृति का अभिन्न अंग झोड़ा चांचरी आज हासिंए पर हैं। लेकिन औलानी गांव के केदार भौर्याल ने अपनी मेहनत लगन से इसे मुख्य धारा में ला खड़ा किया हैं।