सोमवार 3:00 बजे अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई जहां रामघाट मां नर्मदा तट पर कलश पूजन करते हुए मां नर्मदा का जल भरने के बाद भागवत कथा प्रारंभहुई।1 सितंबर, सोमवार को आरंभ हुई यह कथा 7 सितंबर तक होगी। अंतिम दिवस पूजन, हवन, कन्या-भोजन, ब्राह्मण-भोजन और भिक्षु-भोजन के साथ संपन्न होगा।