किसानो के साथ हुई बर्बरता में चार किसान मारे गए,सरकार हत्यारों के साथ खड़ी है,विपक्षी नेताओ को पीड़ित परिवारों से मिलने भी नही दिया जा रहा,ये कैसा लोकतंत्र है