जयपुर पुलिस आयुक्तलाय की ओर से इस खबर का खंडन करते हुए ट्वीट कर कहा गया है कि यह दावा भ्रामक है। राजस्थान में ऐसी किसी भी तरीके की कोई भी परंपरा या रस्म नहीं निभाई जाती है। इस तरीके की फर्जी खबरों का प्रचार प्रसार करना भी कानून का उल्लंघन करना है। जयपुर पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वह ऐसी किसी भी फर्जी खबर को बढ़ावा ना दें।