मरने के बाद भी असुविधा। 58 लाख खर्च, दो-दो बार उद्घाटन… फिर भी अधूरा शवदाह गृह,नेमावर में अंतिम यात्रा भी अधूरी – गैस चलित शवदाह गृह बंद शोक में डूबे परिवार को मिली सिस्टम की लापरवाही की चोट,कागज़ी योजनाओं का सच – 58 लाख की बर्बादी, सुविधा नदारद देवास, नेमावर नगर में विकास के बड़े-बड़े दावों की हकीकत सामने आ गई है। 60 लाख रुपये खर्च कर तैयार किया गया गैस