संस्कृत भाषा और धार्मिक विमर्श को लेकर बीते दिनों उठे विवाद के बीच जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अपनी सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रेमानंद महाराज के लिए कोई अभद्र टिप्पणी नहीं की है, वह उनके बालक जैसे हैं। यह सफाई बयान अपने चित्रकूट स्थित तुलसी पीठ आश्रम से दी है। दरअसल, दो दिन पहले रामभद्राचार्य का वीडियो सामने आया था।