हनुमना विकासखंड स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय खैरा के एक कमरे में 172 बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं।जो शिक्षा के गुणवत्ता की पोल खोल रहे है।यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराने के दावे हकीकत से कोसों दूर दिखाई दे रहे हैं यहां बच्चों को शिक्षा नहीं बल्कि लाचारी का पाठ पढ़ना पड़ रहा है।