मधेपुरा नगर परिषद के तत्कालीन मुख्य पार्षद पर 2011 में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ को मनमाने ढंग से सिर्फ दो वार्डों में आवंटित करने का आरोप लगा था। इस मामले का विरोध पूर्व मुख्य पार्षद डॉ. विशाल कुमार बबलू, पूर्व पार्षद ध्यानी यादव, व्यापार संघ के सचिव रविंद्र यादव, शैलेंद्र यादव और मुकेश कुमार सहित कई लोगों ने किया था।