जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ विजय धुर्वे ने मंगलवार को शाम 6:00 बजे बताया कि यह मौसमी बीमारियों का समय है। ये दो - तीन महीने वायरल इंफेक्शन का पीक सीजन रहता है। मलेरिया के मामले कम हैं, अधिकतर मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में प्रतिदिन 800 से 900 मरीज सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायतों के साथ ओपीडी में पहुंच रहे हैं।