रविवार को करीब तीन बजे रुद्रप्रयाग के जखोली विकासखंड के कोटी लस्या गांव मे पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। कहा जाता है कि पहाड़ों मे अभी भी पाण्डवों की आत्मायें पश्वा पर अवतरित होती है। पाण्डव नृत्य हमारी पौराणिक परम्परा है। अब वो धीरे धीरे नये पीढी को स्थानात्रित हो रही है।