जौरा विधायक ने आरोप लगाया कि मुरैना से मंत्री,सांसद और विधानसभा अध्यक्ष सत्ता में होने के बावजूद शक्कर कारखाने व कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी हो रही है।कहा गया कि मुख्यमंत्री की घोषणा को डेढ़ साल बीत गया,फिर भी न बकाया मिला और न कारखाना शुरू हुआ।विधायक ने अपने निवास पर बैठक मेंचेतावनी दी गई कि सात दिन में ठोस नीति नहीं बनी तो 3 सितंबर से जनांदोलन होगा।