जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूबेदार यादव ने बताया कि माह जुलाई में जनपद के 4 उर्वरक विक्रेताओं द्वारा कृषकों को 40-40 बोरी से अधिक यूरिया उर्वरक पी.ओ.एस. मशीन द्वारा खारिज की गई थी। जांच के दौरान पाया गया कि दुकानदारों द्वारा कृषकों को खारिज की गई मात्रा से कम मात्रा में उर्वरक उपलब्ध करायी गयी थी। जिसपर अनियमितता पर 4 उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किए गए।