हजारीबाग में संयुक्त वनाधिकार समिति के बैनर तले हजारों आदिवासी पुरुष व महिलाएं परंपरागत हथियारों के साथ समाहरणालय पहुंचे और मुख्य द्वार का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने वनाधिकार कानून 2006 के लंबित दावों के निष्पादन व भूमि पट्टा वितरण की मांग की। नेताओं ने आरोप लगाया कि अधिकारी मामले को टाल रहे हैं और वन विभाग ग्रामीणों पर फर्जी मुकदमे कर रहा है।