कछार खेड़ा में चल रहे श्रीरामचरितमानस पाठ में मां पार्वती के जन्म कामदेव के भस्म होने और भगवान शिव से विवाह के लिए सहमत होने की सुनाई कथा सती और पार्वती जी के अज्ञानता के अभिनय से हुआ श्रीरामचरितमानस का अवतरण संगीतमयी श्री राम कथा के दूसरे दिन प्रयागराज से पधारे कथावाचक पंडित निर्मल शुक्ल जी ने शिव चरित्र का सुन्दर वर्णन किया ।