पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि वर्ष 2012 से 2025 तक हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग सरकारों ने कर्ज़ लिया, लेकिन मौजूदा सुक्खू सरकार ने इसमें सारी सीमाएँ पार कर दी हैं। उन्होंने कहा किआज स्थिति यह है कि प्रदेश पर 38 हज़ार करोड़ रुपये का बोझ है। जनता उन्हें हमेशा लोन वाले मुख्यमंत्री के नाम से ही जानेगी।