खंडवा जिले की विभिन्न सोसायटियों के लिए 30 जून 2025 को रैक प्वाइंट से ठेकेदार ट्रांसपोर्टरों के द्वारा अलग-अलग कंपनियों की यूरिया खाद लोड की गई थी। लेकिन कई सोसायटियों में यूरिया खाद ठेकेदारों ने नहीं पहुंचाई। इस यूरिया खाद को ब्लैक में बेच दिया गया और मोटा मुनाफा कमाया गया।