मध्यप्रदेश सरकार खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन विदिशा का खेल स्टेडियम कुछ और ही तस्वीर दिखा रहा है। यहां दौड़ने वाले बच्चों के सपनों में पुलिस की वर्दी, सेना का अनुशासन और ओलंपिक में तिरंगा लहराने की चाह है, लेकिन टूटा-फूटा मैदान उनकी सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।खिलाड़ियों का कहना है कि स्टेडियम में ट्रैक की जगह गड्ढ़े है