दारू। दारू-टाटीझरिया के सीमा पर मंगलवार को सिवाने नदी में अचानक एक मुखौटा देखकर लोगों की भीड़ लग गई। इस दौरान कोई इसे साक्षात भगवान की प्रकट हुई मूर्ति कह रहा था, तो कोई इसी स्थल पर मंदिर बनाकर पूजा-पाठ करने की बात कर रहा था। जानकारी के अनुसार दुर्गा पूजा समिति दारू के द्वारा उडीसा से आदि शिव की मूर्ति मंडप पर लगाने के लिए मंगाई गई थी जो विखंडित हो गई थी।