कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन से ही भीष्म पंचक व्रत शुरू हो जाता है कुनिहार के स्थानीय निवासी ने शुक्रवार शाम 5 बजे जानकारी देते हुए कहा की भीष्म पंचक व्रत कार्तिक पूर्णिमा तक यानी 5 दिनों तक चलता है 5 दिन तक चलने के कारण इसे भीष्म पंचक कहते हैं माना जाता है कि 5 दिनों तक घर पर अखंड दीपक प्रज्वलित किया जाता है