अस्ता निवासी शत्रुघन रैदास का पुत्र विजय रैदास मजदूरी करता था। बताते है कि मजदूरी करने के लिए बुधईयापुर गांव जा रहा था। तभी उसने आदमपुर में जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसे अचेतावस्था में शमशान घाट से उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने उसकी हालत गंभीर देखते हुये कानपुर मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। पहले परिजन उसे शहर के किसी नर्सिग होम में भर