उर्स में जिले के अलावा बांदा, छतरपुर, हमीरपुर और राठ से भारी संख्या में अकीदतमंद मजार पर पहुंचे। एएस इस्लामिया स्कूल से चादर जुलूस निकाला गया, जो पारंपरिक मार्ग से मजार तक गया। जुलूस में लोग नालिया कलाम पढ़ते और नारा-ए-तकवीर अल्लाहो अकबर की आवाज़ें लगाते रहे। कुरान ख्वानी, फातिहा और दुआएं आयोजित की गईं।