आज 11 सितंबर शाम 5 बजे पांचातलाई गांव के किसान बसंत सारण ने बताया कि पिछले साल सोयाबीन की फसल के बीमे में गड़बड़ी हुई है। किसानों को जमा किए गए प्रीमियम से भी कम राशि मिली है। कई गांवों में तो किसानों को बीमा राशि मिली ही नहीं। कुछ किसानों को नाममात्र की राशि दी गई है। इस साल भी मौसम की मार से जिले में मक्का और सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई है।