समापन के बाद बाबा बैजनाथ की पालकी को मंदिर तक पहुंचाने को लेकर भक्त मंडल और मंदिर पुजारी मुकेश पुरी के बीच कहासुनी हो गई। पुजारी मुकेश पुरी का कहना था कि जिस भव्यता और विधि-विधान से बाबा को पालकी में लेकर मंदिर से बाहर लाया गया, उसी प्रकार उन्हें पालकी में विराजित कर पुनः मंदिर तक पहुंचाया जाए।