सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार1993में मृत हो चुकी महिला ने 3सितम्बर 11.30 बजे को अपने परिवार के साथ कलेक्टोरेट पहुंचकर अपने जीवित होने के दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने वालाें के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को कलेक्टोरेट में उस वक्त लोग अचंभित हो गए, जब बिलासपुर से आई80साल की शैल शर्मा पति देवनारायण शर्मा बिलासपुर निवासी ।