कछारखेड़ा में प्रयागराज धाम से पधारे पंडित निर्मल शुक्ल। महाराज ने श्रीराम कथा के प्रथम दिन श्रोताओ को अपनी कथा में बताया कि राम नाम तो अविनाशी है दुनिया इधर से उधर हो जाए, सब कुछ बदल जाए पर यह राम नाम ज्यों का त्यों यूं ही सदा बना रहेगा। इस राम नाम की महिमा कभी भी कम नहीं होगी बल्कि दिन-प्रतिदिन इसकी महिमा बढ़ते ही जाएगी ।