हजारीबाग के 27 वर्षीय दिव्यांग सजुल टुडू ने 156 दिनों में साइकिल से 11 राज्यों का 7430 किमी का सफर पूरा किया। साल 2014 में हादसे में एक हाथ और पैर गंवाने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उनका संदेश है कि दिव्यांगता शारीरिक होती है, मानसिक नहीं, और हौसला किसी कठिनाई को रोक नहीं सकता।