शनिवार तीन बजे पूर्व मुख्यमंत्री ने आंदोलन काल की याद दिलाते हुए कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान क्या जज़्बा, जब लोग कहते थे कि कोदा-झंगोरा खाएंगे, उत्तराखंड बनाएंगे? आज कोई इस पर बात तक नहीं करता। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिन सपनों के लिए राज्य बना था, वो उत्तराखंड अब भी नहीं बन पाया है।