रविवार को भादो पूर्णिमा पर रियासतकालीन परंपरा के अनुसार इंद्र पूजा उत्साहपूर्वक मनाई गई। पूजा की शुरुआत भगवान बालाजी के डोला उठाने से हुई। राजपुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की और श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच करीब दो किलोमीटर तक इंद डीपा को कांधे पर लेकर गए। रविवार की शाम पांच बजे मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद लकड़ी से निर्मित भगवान