गरोठ तहसील में एक गांव ऐसा भी है जहां पर 5000 से अधिक आबादी वाले ग्राम खड़ावदा में पिछले 70 वर्षों से मुक्तिधाम नहीं है गांधीसागर बांध बनने के बाद विस्थापित हुए खड़ावदा के बाशिंदों को 5 किलोमीटर दूर चंबल किनारे ले जाकर अपने परिजनों के शवों का दाह संस्कार करना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है कि हमें शर्म आती है जब बाहर से हमारे मेहमान आते हैं देखिए खबर