बड़ोदिया गांव में आज शुक्रवार दोपहर 1बजे श्री आदिनाथ जिनालय में आयोजित विशेष धर्मसभा में मुनि शुद्ध सागर महाराज ने जैन धर्म के सिद्धांतों पर प्रवचन दिया। उन्होंने आत्मचिंतन और आत्मबोध को जीवन का मूल बताया। धर्मसभा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। मुनि शुद्ध सागरजी ने कहा कि जीव ध्यान के चार प्रकारों-शुभ, अशुभ, शुद्ध और शुक्ल के माध्यम से धर्म ध्यान