पाली एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में यानी 7 सितंबर से पितृ तर्पण पक्ष प्रारंभ होने के साथ ही लोगों द्वारा जल स्रोतों पर वैदिक मंत्रोचार के बीच जौ, तिल, दूध आदि पूजा सामग्री से कुश के द्वारा पितृ तर्पण का कार्य किया जा रहा है आपको बताते चले शास्त्रों के अनुसार उक्त तर्पण कार्य आगामी 21 सितंबर तक माना गया है।