जिले में वर्ष 2025 का मॉनसून किसानों के लिए शुभ साबित हुआ है। अप्रैल माह से लगातार हुई वर्षा ने धान की खेती के लिए उपयुक्त स्थिति बनाई है। कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 अगस्त तक जिले में 1418.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो धान के लिए आदर्श मानी जा रही है। जिला कृषि पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि जिले के छह प्रखंडों में कुल 49,000।