कस्बे में लगातार हो रही तेज बारिश से जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राताखेड़ा तालाब की चादर आखिरकार चल पड़ी, जिससे कस्बे और आसपास के ग्रामीणों में उत्साह के साथ-साथ सतर्कता भी बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार, 1974 के बाद यह पहला मौका है जब राताखेड़ा तालाब की चादर चली है।