आगरा कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे दिव्यांगों ने उपेक्षा और रोज-रोज के आश्वासनों से परेशान होकर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। दिव्यांगों का कहना है कि बार-बार आश्वासन ही मिलता लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।