सेठानी घाट पर भाद्रपद कृष्ण पक्ष अमावस्या पर शनिवार को श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई ।श्रद्धालुओं का स्नान करने का सिलसिला सुबह करीब 11 बजे के बाद भी जारी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन पढ़ने वाली अमावस्या को शनिचरी अमावस्या कहा जाता है आज के दिन मां नर्मदा में स्नान करने एवं दान पुण्य करने से लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है।