गुलाना क्षेत्र में गणेश विसर्जन के दौरान भक्तों की भावनाएं मिश्रित रहीं। एक तरफ बप्पा की विदाई का दुख था, तो दूसरी तरफ अगले वर्ष जल्द आने की प्रार्थना थी। रविवार दोपहर 12 बजे तक पूरा क्षेत्र गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजता रहा। भक्तों ने विभिन्न तरीकों से मूर्तियों को विदा किया। कुछ ने सिर पर रखकर तो कुछ ने वाहनों से कालीसिंध नदी तक पहुंचाया।