मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भर गोशाला के योगदान को अहम करार दिया है। उन्होंने कहा कि गौ-शालाएं गोबर, गोमूत्र जैसे अपशिष्ट से धन अर्जित किया जा सकता है। इसलिए स्वावलंबी गौशालाएं विकसित की जाये और इन गौशालाओं में दुग्ध उत्पादों सहित गोमूत्र-गोबर आदि से निर्मित सामग्री की बिक्री की व्यवस्था की जाए।