मुकेश कांत फरवरी 2025 से अंबिकापुर जेल से फरार था। मंगलवार को उसने कलेक्टर के सामने सरेंडर किया। कलेक्टर ने उसे पुलिस के हवाले किया, और पुलिस ने औपचारिकताएं पूरी कर उसे केंद्रीय जेल भेजा। लेकिन हैरानी की बात है कि जेल प्रशासन ने उसे न तो रजिस्टर में दर्ज किया और न ही हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद उसे थाने के बाहर छोड़ दिया गया, जिसके बाद वह अपने परिवार के