सन 1987 में नगर में सिद्ध विनायक मंदिर बनाने की परिकल्पना और धार्मिक कार्यक्रमों को भव्यता प्रदान करने स्वर्गीय वैद बट्टू प्रसाद त्रिपाठी हनुमान प्रसाद खंडेलवाल सत्यनारायण गुप्ता डॉ भगवती प्रसाद शुक्ला शैलेंद्र सोनी आदि ने मिलकर वरिष्ठ धर्म प्रेरक समाजसेवी स्वर्गीय भैया लाल शुक्ला की अगुवाई में संस्था का गठन किया था जो गतिपेय कारणों से साकार रूप नहीं ले सका।