सावन माह के शुक्लपक्ष एकादशी तिथि मंगलवार से बासुकिनाथ मंदिर परिसर स्थित झूलन मंदिर में पांच दिवसीय 4 बजे से प्रारंभ हो गया। झूलनोत्सव के पावन अवसर पर झूलन मंदिर को फूलों से आकर्षक और मनभावन तरीके से सुरुचि पूर्ण ढंग से सजाया गया।ठाकुरबारी के पुजारी ने बताया लगभग 7 दशक से सावन पूर्णिमा तक श्री कृष्ण एवं राधा रानी को पीतल से निर्मित झूले में झुलाया जाता है।