सुलतानपुर। जिले की पावन धरती पर स्थित पारिजात वृक्ष आज भी श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का अद्वितीय केन्द्र बना हुआ है। यह वृक्ष न सिर्फ धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण अपनी पत्नी सत्यभामा के कहने पर इन्द्रलोक से यह दिव्य पारिजात वृक्ष लेकर आए