हिंदू महासभा का कहना है कि नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न प्रमुख चौराहों पर हिंदू देवी-देवताओं और मंदिर स्वरूप की प्रतिमाएं स्थापित की गईं, जिनके निर्माण पर लगभग 9 लाख रुपये का खर्च हुआ। यह राशि जनता के टैक्स और सरकारी धन से दी गई और प्रतिमाओं का निर्माण मुस्लिम कारीगरों से कराया गया।