आगामी 3-4 वर्षों में विश्व को 30 करोड़ स्किल मैनपावर की जरूरत होगी, जिसमें 70% क्षमता भारत के पास है,इसी दृष्टि से केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने हर विद्यार्थी के लिए 10 या 20 क्रेडिट का कौशल वृद्धि कोर्स अनिवार्य किया है,डिग्री के साथ छात्रों को कौशल वृद्धि का सर्टिफिकेट या डिप्लोमा दिया जाएगा, उद्योग से सहयोग लेकर 40 कोर्स तय किए गए हैं।