पर्युषण पर्व की समाप्ति पर वागड़ के सबसे बड़े तीर्थ क्षेत्र वीरोदय पर आज सोमवार सुबह 9बजे श्री जी का अभिषेक व शांतिधारा करने का सौभाग्य मोहनलाल पिंडारिया , धनपाल लालावत व समस्त श्रद्धालुओं को मिला । तत् पश्चात भगवान को गंधकुटी में विराजमान करने का सौभाग्य दीपक पुत्र ललित पिडामिया परिवार को मिला । रथ में भगवान के सारथी बनकर प्रथम बार बैठने का सौभाग्य प्रदी