राधाष्टमी पर्व पर इस बार चम्बा का चौगान इतिहास का गवाह बना है। सदियों से चली आ रही डल तोड़ने की परंपरा पहली बार चौगान से ही निभाई गई है।जब छड़ी दल प्राकृतिक आपदा और मार्ग अवरुद्ध होने के कारण पवित्र मणिमहेश डल झील तक नहीं पहुंच सका, तो श्रद्धालुओं ने चौगान में पवित्र छड़ियों की परिक्रमा कर भगवान शिव से आशीर्वाद मांगा।अब शिव भक्तों ने वापसी की राह पकड़ ली है