धर्मशाला और मैकलोडगंज में बेतहाशा और अनियंत्रित निर्माण ने शहर की सांसें थाम दी हैं, ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह चरमरा चुका है और अतिक्रमण ने जल निकासी की व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया है, नतीजा यह है कि थोड़ी-सी बारिश भी लोगों के लिए आफत बन जाती है,पहाड़ की ढलानों पर हो रहे इस बेतरतीब कंस्ट्रक्शन ने धरती पर दबाव बढ़ा दिया है।