दिनांक 21 अगस्त को दोपहर 3 बजे झाबुआ में बावन जिनालय के पौषध भवन में पर्युषण महापर्व के दूसरे दिन धर्मसभा का आयोजन किया गया जंहा मुख्य रूप से साध्वी कल्पदर्शिता श्रीजी महाराज साहब ने धर्म सभा को सम्बोधित किया। इन दौरान महाराज साहब ने कहा कि गुरु एवं सत्य दोनों को सार्वजनिक रूप से सामान्य जन जान नहीं सकते हैं।