एसईसीएल दीपका प्रबंधन की लापरवाही और सुस्त रवैया एक बार फिर उजागर हो गया है। वर्षों से अखबारों और जनता की आवाज़ अनसुनी करने के बाद आखिरकार प्रबंधन ने सुरक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए खदान क्षेत्र के किनारे बाड़ा लगाने का काम शुरू किया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि अब तक क्यों नहीं?