तीन दिवसीय जल विहार उत्सव का आयोजन भगवान श्री नरसिंह जी महाराज के नेतृत्व में भव्य शोभायात्रा के साथ शुरू हुआ। पांच प्रमुख मंदिरों की झांकियों और प्रतिमाओं के साथ बैंडबाजों, अश्व नृत्य और भक्तों की सहभागिता रही। शोभायात्रा के बाद प्रतिमाओं का जल विहार कर गांधी चबूतरे पर विराजमान किया गया। उत्सव के दौरान आरती भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों हुई।